Barish Shayari | बारिश शायरी २ लाइन
11 जुलाई 2022
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यह बेईमान मौसम एक बार फिर बदल गया है, इस बदले हुए मौसम या कहो इस बारिश के मौसम का लुफ्त उठाने के लिए हम आपके लिए Barish Shayari लेकर आये है जिसे आप आपने चाहने वालो जैसे दोस्त तथा किसी करीबी को भेज सकते है।
Barish Shayari in Hindi
साल की पहली बारिश मुबारक हो
कभी-कभी जी-भर के बरसना
कभी-कभी बूंद-बूंद के लिए तरसाना
ए बारिश तेरी आदतें...मेरे यार जैसी हैं
अब रहने दो कि, तुम भी मुझे पढ़ न सकोगे
बरसात में काग़ज़ की तरह भीग गया हूँ मैं
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भीगी मौसम की भीगी सी रात,
भीगी सी याद भुली हुई बात,
भुला हुआ वक्त वो भीगी सी आँखें,
वो बीता हुआ साथ,
मुबारक हो आपको साल की पहली बरसात।
वो मेरे रु-बा-रु आया भी तो बरसात के मौसम में,
मेरे आँसू बह रहे थे और वो बरसात समझ बैठा।
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ये मौसम में कुछ बदलाव हुआ है,
लगता है खुदा का बारिश करने का मन हुआ है।
Barish Shayari 2 Line | बारिश शायरी २ लाइन
मैं गुजारिश करता हूं कि
उससे अकेले में मुलाकात
हो ख्वाहिश ए दिल है
जब भी हो बरसात हो..!
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अनसुनी फरियाद में
समेटे हुआ आसमान
तेरा कभी बरसे मेरे शहर
में तो दुआ कबूल तेरा..!
एक तो ये रात..,ऊपर से उफ़ ये बरसात,
इक तो साथ नही तेरा, उफ़ ये दर्द बेहिसाब
कितनी अजीब सी है बात,
मेरे ही बस में नही मेरे ये हालात।
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ये बारिश और मोहब्बत दोनों ही यादगार होते है,
बारिश में जिस्म भीगता है
और मोहबब्त में आंखे।
Barish Shayari Romantic | बारिश शायरी रोमांटिक इन हिंदी
अबके बारिश में तो ये कार-ए-ज़ियाँ होना ही था
अपनी कच्ची बस्तियों को बे-निशाँ होना ही था
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आज बारिश की बूंदे
मेरे चेहरे को छू गई
लगता है शायद आसमा
को जमी मिल गई..!
सारे इत्रों की खुशबू आज मन्द पड़ गयी,
मिट्टी में बारिश की बूंदे जो चंद पड़ गयी।
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इस बारिश की बूँदों में झलकती है तस्वीर उनकी और
हम उनसे मिलने की चाहत में भीग जाते है
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आती है बूंदे पहली बारिश की..,इसे भी क्या खास है..,भिगो देती हो तन बदन को...,ये पहली बारिश का एहसास है।
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