गालिब के दर्द भरी शायरी | Ghalib shayari on zindagi

 गालिब के दर्द भरी शायरी Ghalib shayari on zindagi मिरजा गालिब की शायरी, मिर्जा गालिब की दर्द भरी गजलें ghalib quotes in hindi.

Best Ghalib Shayari on Zindagi in Hindi

अब लगता है ठीक कहा था ग़ालिब ने..,
बढ़ते बढ़ते दर्द दवा हो जाता है।
Ghalib shayari on zindagi

कहाँ सारी ज़िंदगी के गुनाह और कहाँ 30 दिन में बख्शीश.. 
कौन देता है इतना बड़ा पैकेज ,सिवाए मेरे "रब्ब" के।।

गालिब के दर्द भरी शायरी

इक शौक़ बड़ाई का अगर हद से गुज़र जाए
फिर ‘मैं’ के सिवा कुछ भी दिखाई नहीं देता

कोई मेरे दिल से पूछे तेरे तीर-ए-नीम-कश को
ये ख़लिश कहाँ से होती जो जिगर के पार होता
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बड़ी लंबी गुफ़्तगू करनी है,
तुम आना एक पूरी ज़िंदगी लेकर !
गुनाह करके कहां जाओगे ‘गालिब,
ये जमीन ये आसमान सब उसी का है!
Ghalib shayari on zindagi

Ghalib shayari on zindagi with Image

भटकने दे तेरी गलीयों में बनजारों की तरह,
आराम की जिंदगी भी तेरे बगैर बेजान लगती है।
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ज़िंदगी क्या जो बसर हो चैन से.. 
दिल में थोड़ी सी तमन्ना चाहिए... 
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हाथों की लकीरों 🧍‍♂️पे मत जा ऐ ग़ालिब नसीब उन के भी होते हैं जिन के हाथ 💪नहीं होते🙂।
गालिब के दर्द भरी शायरी

जब लगा था तीर तब इतना दर्द न हुआ ग़ालिब
ज़ख्म का एहसास तब हुआ
जब कमान देखी अपनों के हाथ में
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किसी को बेइंतिहां इश्क है तुझसे
किसी को बेइंतिहां नफ़रत
ऐ जिंदगी तू ही बता आखिर क्या है तेरी फ़ितरत..

मिर्जा गालिब की दर्द भरी शायरी

जिंदगी में ऐसी भी कई रातें आती हैं... 
न नीद आती है, न ख्वाब आते हैं...
# life👑
गालिब के दर्द भरी शायरी

खुद को मनवाने का मुझको भी हुनर आता है
मैं वह कतरा हूं समंदर मेरे घर आता है
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मसलें बहुत हैं जिंदगी में
फिर भी मुस्कुरा लेती हु... 
वक्त है गुजर जाएगा
यही खुद को समझा लेती हूं...
गालिब के दर्द भरी शायरी Ghalib shayari on zindagi

Mirza Ghalib Shayari in Hindi 2 Lines

Dukh de ke sawaal karte ho.
tum bhi galib kamaal karte ho. 
Dekh ker puchh liya haal mera chalo kuch to khayaal karte ho.
Sher - dil mein udasiya kesi yeh bhi mujhse sawaal karte ho.
Marna chahe to mar nahi sakte tum bhi jeena muhaal karte ho.
Kis kis ki misaal du tumko her sitam bemisaal karte ho...
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कम ही होते हैं,, जज्बातों को 
समझने वाले 

इसलिए शायरों की,, बस्तियां
नहीं होती

अदब से ही याद किये जाते हैं 
आज भी ये सभी

अब यहां कहीं मीर,ग़ालिब और 
जॉन जैसी हस्तियां नहीं होतीं
🥀

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